चल रहे परामर्शी कार्य
- टीएचडीसीआईएल उत्तराखण्ड राज्य में राज्य लोक निर्माण विभाग को उत्तराखण्ड के विभिन्न भागों की सड़क अवस्थितियों में 20 खतरनाक भूस्खलन क्षेत्रों में क्रियान्वयन के दौरान सहायता एवं तकनीकी निगरानी के साथ-साथ नियोजन, परिकल्प एवं अभियांत्रिकी उपाय उपलब्ध करवाने में लगी हुई है। (उत्तराखण्ड लो.नि.वि. द्वारा अभी भी शेष 06 अवस्थितियों पर कार्य शुरू करना है) (एमओयू-2013 )
- टीएचडीसीआईएल कटरा एवं श्री माता वैष्णो देवी जी श्राइन के मध्य अनेक(35 नं.) खतरनाक क्षेत्रों के ‘स्थिरीकरण के लिए‘ नियोजन, परिकल्प, एवं अभियांत्रिकी उपाए उपलब्ध करवाने में लगी हुई है। (चरण –III के लिए उपचार उपाय जिसमें काफी खतरनाक स्थल /अवस्थिति शामिल हैं) (एमओयू जून-2011)
- श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड, श्रीनगर, जम्मू कश्मीर के निकट पवित्र गुफा के लिए प्रतिरक्षा/उपचार एवं ढलान स्थिरीकरण कार्यो हेतु विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है। ( एमओयू दिसंबर-2016)
- उत्तराखण्ड में राज्य लोक निर्माण विभाग को राजभवन नैनीताल से लगे खतरनाक ढलान क्षेत्रों के लिए तत्काल उपाए(चरण-I) एवं संपूर्ण योजना (चरण—II) के अंतर्गत सहायता एवं तकनीकी निगरानी, नियोजन, परिकल्प एवं अभियांत्रिकी उपायों उपलब्ध करवाना । (एमओयू जून-2014)
- राज्य सरकार के लिए रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड मोटर मार्ग, उत्तराखंड में 65 मीटर सुरंग की क्षतिग्रस्त लाइनिंग की रेट्रोफिटिंग के लिए परामर्शी सेवाएं। प्रस्तावित विस्तृत इंजीनियरिंग योजना के साथ पहले चरण, जिसमें सुरंग के क्षतिग्रस्त हिस्से की बहाली के लिए तत्काल हस्तक्षेप शामिल है, के कार्य को उत्तराखण्ड लो.नि.वि. के एनएच-डिवीजन द्वारा पूरा कर लिया गया है। दीर्घकालीन उपायों के लिए द्वितीय चरण के कार्यों की योजना तैयार की जा रही है। (एमओयू अगस्त-2020)
- भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के अध्ययन में सड़क एवं परिवहन मंत्रालय(एमओआरटीएच), आर.ओ. देहरादून को परामर्शी सेवाएं देना और चारधाम तक किए जाने वाले विकास कार्यो के अंतर्गत उन्हे शमन उपाय सुझाना जिसमें कैलाश मानसरोवर का मार्ग भी शामिल है तथा निष्पादन के दौरान ढलान उपायों की तकनीकी निगरानी करते हुए उपयुक्त डिजाइन, ड्राइंग व रिपोर्ट उपलब्ध कराना शामिल है। (एमओयू मार्च-2021)
- उत्तराखंड में बारह महत्वपूर्ण स्थानों के लिए भूमिगत/सतही बहुस्तरीय पार्किंग के लिए योजना, डिजाइन, इंजीनियरिंग और पर्यवेक्षण परामर्श के लिए उत्तराखण्ड सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू दिसं.2021)
- सड़क और परिवहन मंत्रालय (एमओआरटीएच), क्षेत्रीय कार्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल को सेवोक-रोंगपो एनएच-10 के 16 संवेदनशील स्थानों के लिए ढलान प्रतिरक्षा, भूस्खलन शमन उपायों की डीपीआर की प्रूफ चेकिंग/तकनीकी जांच के लिए 'समीक्षा सलाहकार' के रूप में परामर्श सेवाएं प्रदान करना। (एमओयू-सितंबर-2022)
- सड़क और परिवहन मंत्रालय (एमओआरटीएच), क्षेत्रीय कार्यालय, गुवाहाटी, असम को भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों का अध्ययन करने एवं विकासाधीन हिस्सों जैसे (i) एनएच-502 'ए' (लांगतलाई से ज़ोरिनपुई) मिजोरम पर 0.00 किमी से 87.51 किमी. (ii) एनएच-108 (पुराना एनएच -44 'ए') पर 11.00 किमी से 114.618 किमी (iii) एनएच -6 (पुराना एनएच -54) पर 174.500 किमी से 174.650 किमी (सिंकिंग एरिया) (iv) 710 (तारकू दमथांग नामची) सिक्किम (v) 710 (मेली मानपुर नामची) सिक्किम (vi) 10 (रानीपूल-गंगटोक रोड) सिक्किम (vii) 10 (9वां मील बायपास) सिक्किम के लिए 'तकनीकी सलाहकार' के रूप में परामर्श सेवाएं प्रदान करना एवं शमन उपाय सुझाना तथा निष्पादन के दौरान स्थिरीकरण उपायों की तकनीकी निगरानी सहित उपयुक्त डिजाइन और ड्राइंग्स उपलब्ध कराना। (एमओयू-दिसंबर-2022)
Updated on : 22/12/2022