(क) जल विद्युत परियोजनाओं की व्यवहार्यता एवं नियोजन
- विद्युत क्षमता एवं ई एण्ड एम अध्ययन के साथ, परियोजना की आवश्यकता प्रतिकूल विद्युत परिदृश्य एवं मौजूदा संस्थापन।
- पंप स्टोरेज योजनाएं।
- जल विद्युत परियोजनाओं के लिए सर्वेक्षण एवं अन्वेषण।
- रिवर लिंकिंग परियोजना के लिए नदी प्रणाली, टोपोग्राफिकल एवं भू-तकनीक पहलू।
- हाइड्रोलॉजिक मॉडलिंग सहित हाइड्रोलॉजीएवं हाड्रोलिक्स।
- निर्माण सामग्री एवं खदान स्थल अध्ययन।
- परियोजना की आर्थिक व्यवहार्यता यानि लागत लाभ अध्ययन आकंलन।
- उपकरणों का अवधारणात्मक लेआउट एवं नियोजन।
- अवसंरचनात्मक आवश्यकताएं ।
- संविदा प्रलेखीकरण एवं अवार्ड परामर्श।
- लागत प्राक्कलन ।
- व्यवहार्यता एवं विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करना ।
(ख) विस्तृत संरचनात्मक परिकल्प
- बांध एवं डाइवर्जन प्रणाली।
- डिसिल्टिंग व्यवस्था ।
- हेड रेस, टेल रेस सुरंग सहित वाटर कंडक्टर प्रणाली ।
- सर्ज शॉफ्ट/फोर बेज/संतुलित जलाशय।
- प्रेशर शाफ्ट/पेनस्टाक
- विद्युत गृह मुख्य कैवर्नस अर्थात मशीन हॉल एवं ट्रांसफार्मर हॉल।
- एक्सपेंशन चैम्बर, वाल्व चैम्बर एवं असेम्बली चैम्बर इत्यादि ।
- पुराने जल विद्युत संयंत्र का पुनर्वास
- सिविल कार्य ।
- हाइड्रोलिक गेट्स, वाल्व एवं होस्ट, पंप, ईओटी क्रेन सहित हाइड्रो-मैकेनिकल संरचना।
- इलेक्ट्रो-मैकेनिकल उपकरण यानि कनवेंशनल जनरेटिंग यूनिट्स, पंप टरबाइन, गैस इनसुलेटेड स्विच गियर प्रणाली गवर्निंग प्रणाली के साथ रिवर्सिबल जनरेटिंग यूनिटस के लिए जनरेटर मोटर, ट्रांसफार्मर, गवर्निंग प्रणाली एवं अनुषंगी उपकरण, ऑटोमैटिक नियंत्रण एवं ऑपरेशन प्रणाली इत्यादि।
(घ) संविदा व्यवस्थापन, निर्माण, पर्यवेक्षण एवं कमीशनिंग
- निविदा दस्तावेजों की तैयारी यानि संविदा की सामान्य शर्त, तकनीकी विनिर्देश, संविदा की विशेष शर्तें एवं मूल्य बोली इत्यादि।
- संविदा एवं परियोजना प्रबंधन ।
- निर्माण का पर्यवेक्षण।
- प्राईमावेरा एवं प्रभावी निगरानी प्रणाली के माध्यम से विशिष्ट निर्माण प्रोग्रामर को सम्मिलित करने हेतु मास्टर शेड्यूल की तैयारी।
- नियमित वित्तीय योजना एवं तकनीकी प्रगति रिपोर्ट तैयार करना एवं जमा करना ।
- प्रमुख कार्मिको का प्रशिक्षण ।
- कमीशनिंग की समय-सूची तैयार करना एवं पर्यवेक्षण।
- ओ एण्ड एम मैनुअल की तैयारी।
- पूर्णता रिपोर्ट ।
- निगरानी एवं निरीक्षण
Updated on : 22/12/2022