टिहरी बांध एवं एच.पी.पी.(चरण-I)

  • परिचय:
    टिहरी हाइड्रो पावर काम्‍पलैक्‍स (2400 मे.वा.) में निम्‍नलिखित घटक शामिल हैं - 
    1.      टिहरी बांध तथा हाइड्रो  पावर प्‍लांट (1000 मे.वा.)
    2.      कोटेश्‍वर हाइड्रो इलेक्‍ट्रिक परियोजना(400 मे.वा.) 
    3.      टिहरी पम्‍प स्‍टोरेज प्‍लांट (पीएसपी) (1000 मे.वा.)
    भारत सरकार ने मार्च 1994 में टिहरी हाइड्रो पावर काम्‍पलैक्‍स के चरण-I के रूप में टिहरी बांध एवं एचपीपी (1000 मे.वा.) के साथ कोटेश्‍वर एचईपी एवं टिहरी पीएसपी  के आवश्‍यक कार्यो के कार्यान्‍वयन का अनुमोदन किया था । टिहरी विद्युत केंद्र की सभी चारों यूनिट वर्ष 2006-07 में कमीशन की गयीं । यह परियोजना पूरे राष्‍ट्र के लिए मील का पत्‍थर एवं इसका गौरव बन गई है । 
     
    कोटेश्‍वर एचईपी की दो यूनिट मार्च, 2011 तथा तीसरी एवं चौथी यूनिट क्रमश: जनवरी, 2012 एवं  मार्च, 2012 में कमीशन की गयी थीं । 
     
    टिहरी पीएसपी के आवश्‍यक कार्य टिहरी बांध एवं एचपीपी स्‍टेज-I के साथ पूरे कर दिए गये थे । परियोजना के प्रमुख कार्य एकल ईपीसी संविदा के माध्‍यम से क्रियान्‍वित किए जा रहे हैं । परियोजना के ईपीसी/टर्नकी निष्‍पादन के लिए  मैसर्स अलस्‍टॉम हाइड्रो फ्रांस एवं हिंदुस्‍तान कंस्‍ट्रक्‍शन कम्‍पनी के संघ को 23 जून, 2011 को संविदा अवार्ड की गई । परियोजना पर कार्य 27 जुलाई, 2011 से प्रारम्‍भ हो गया है ।  
    टिहरी हाइड्रो पावर काम्‍पलैक्‍स से लाभ
    • उत्‍तरी क्षेत्र में संस्‍थापित उत्‍पादन क्षमता में अभिवृद्धि 
    (1000 मे.वा.टिहरी स्‍टेज– I के पूर्ण होने पर)
    2400 मे.वा.
    • वार्षिक ऊर्जा उपलब्‍धता(पीकिंग)
      (2797 मि.यू. टिहरी स्‍टेज– I के पूर्ण होने पर )
    5220 मि.यू.
    • सिंचाई (अतिरिक्‍त)
    2.70 लाख हे.
    • मौजूदा सिंचाई का स्‍थिरीकरण  
      (उपर्युक्‍त के अलावा)
    6.04 लाख हे.
    • डाउनस्‍ट्रीम परियोजनाओं में वार्षिक उत्‍पादन अभिवृद्धि  
    200 मि.यू.
    • 300 क्‍यूसेक (162 मिलियन गैलन प्रतिदिन) दिल्‍ली के लिए पेयजल जो लगभग 40 लाख लोगों की जरूरतों को पूरा करेगा ।
    • इसके अतिरिक्‍त 200 क्‍यूसेक(108 मिलियन गैलन प्रतिदिन) उत्‍तर प्रदेश के नगरों एवं गांवों के लिए पेयजल जो 30 लाख लोगों की जरूरतों को पूरा करेगा ।
    • बाढ़ नियंत्रण  
    • गढ़वाल क्षेत्र का एकीकृत विकास जिसमें सभी नागरिक सुविधाओं, उन्‍नत संचार व्‍यवस्‍था, शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य, पर्यटन, बागवानी विकास, मत्‍स्‍य पालन तथा क्षेत्र के वनीकरण से युक्‍त नए टिहरी शहर का विकास शामिल है ।
     टिहरी बांध तथा हाइड्रो पावर प्‍लांट (1000 मे.वा. (प्रचालनाधीन)  
    टिहरी बांध एवं एचपीपी(1000मे.वा.) में 260.5 मी. ऊंचा मिट्टी एवं पत्‍थर पूरित बांध जो विश्‍व में अपनी तरह का सबसे ऊंचा बांध है तथा जिसमें 15540 क्‍यूमेक्‍स की पीएमएफ एवं 220 मीटर के गिराव के साथ  स्‍पिलवे प्रणाली डिजाइन की गयी है। इसमें एक श्‍यूट स्‍पिलवे एवं चार शॉफ्ट स्‍पिलवे तथा एक भूमिगत विद्युत गृह है जिसमें 250 मे.वा. प्रत्‍येक की चार टरबाइन/जनरेटर हैं, जो 90 मीटर के शीर्ष विचलन के साथ संचालन के लिए परिकल्‍पित की गयी हैं।
     
    परियोजना की कमीशनिंग 2006-07 में हुई एवं टिहरी पावर स्‍टेशन की सभी चारों मशीनों का व्‍यावसायिक संचालन किया जा रहा है । उत्‍तरी ग्रिड को आवश्‍यकता से अधिक विद्युत उपलब्‍ध कराने के साथ ही  परियोजना  से कमांड क्षेत्र सिंचाई लाभ प्राप्‍त कर रहा है तथा दिल्‍ली एवं उत्‍तर प्रदेश को पेयजल की आपूर्ति की जा रही है ।
     
     परियोजना की कमीशनिंग
    सभी चारों यूनिटें (यूनिट-IV, यूनिट -III, यूनिट-II एवं यूनिट-I)  क्रमश: जुलाई, 2006, अक्‍टूबर, 2006, जनवरी, 2007 एवं मार्च 2007 में ग्रिड से जोड़ी गयी एवं 22 सितम्‍बर, 2006,  09 नवम्‍बर, 2006, 30 मार्च, 2007 एवं 09 जुलाई 2007 से व्‍यवसायिक संचालन में हैं।
     
     



     
  • मुख्य विशेषताएं -
    योजना की प्रकृति 
    हाइड्रोलॉजी
    सामान्य वार्षिक वर्षा1016 से 2630 मि.मी.
    रिकार्ड की गई अधिकतम बाढ़ निकासी3800 क्यूमेक्स
    मानसून अवधि के दौरान डाइवर्जन के लिए अंगीकृत की गई अधिकतम बाढ़8120 क्यूमेक्स
    सम्भावित अधिकतम बाढ़15540 क्यूमेक्स
    रूटेड बाढ़13040 क्यूमेक्स
    जलाशय
    पूर्ण जलाशय स्तर (FRL)ई.एल. 830 मी.
    डिजाइन बाढ़ के दौरान अधिकतम बाढ़ स्तर (MFL)ई.एल.835 मी.
    निष्क्रिय संचयन स्तरई.एल. 740 मी.
    सकल संचयन क्षमता3540 एम.सी.एम.
    निष्क्रिय संचयन क्षमता925 एम.सी.एम.
    लाईव संचयन क्षमता2615 एम.सी.एम.
    ई.एल.830 मी. के पूर्ण जलाशय स्तर पर पानी का फैलाव44 वर्ग.किः.मी.
    ई.एल.740 मी. के निष्क्रीय संचयन स्तर पर पानी का फैलाव18 वर्ग कि.मी.
    तकनीकी विशेषताएं
    डाइवर्जन सुंरगे
    प्रकारहार्स शू
    बाँया किनारा2 नं.,11 मी.ब्यास, 1774 एवं 1778 मी. लम्बी
    दाँया किनारा2 नं.,11 मी.ब्यास, 1298 एवं 1429 मी. लम्बी
    डाइवर्जन बाढ़ निकासी8120 क्यूमेक्स
    बांध
    प्रकारमिट्टी एवं पत्थर पूरित बांध
    शीर्ष स्तरई.एल. 839.5 मी.
    ऊँचाई260.5 मी.
    रिवर बेड पर चौड़ाई1125 मी.
    शीर्ष पर चौड़ाईसीमा पर 25.5 मी. से 30.5 मी.तक फैलाव
    शीर्ष पर लम्बाई575 मी.
    ढ़लान
    अप स्ट्रीम12:5
    डाउन स्ट्रीम1:2
    स्पिलवे
    शूट स्पिलवे 
    क्रेस्ट लेवलई.एल. 815.0 मी.
    जलमार्ग10.5 मी. चौड़ाई की 3 बेज
    डिजाइन निकासी5500 क्यूमेक्स
    गेटों का प्रकार एवं संख्यारेडियल गेट्स, 3 नं.
    राइट बैंक शाफ्ट स्पिलवे 
    प्रकारगेट रहित 02 नं.
    क्रेस्ट लेवलई.एल. 830.2 मी.
    शाफ्ट का ब्यास12.0 मी.
    डिजाइन निकासी3850 क्यूमेक्स
    लैफ्ट बैंक-शाफ्ट स्पिलवे 
    प्रकार02. नं. गेट सहित
    क्रेस्ट लेवलई.एल.815.0 मी.
    शाफ्ट का ब्यास12.0 मी.
    डिजाइन निकासी3650 क्यूमेक्स
    गेटों के प्रकाररेडियल गेट्स
    इण्टरमीडिएट लेवल आउटलेट 
    संख्या एवं आकारएक, 8.5 मी. ब्यास
    निकासी क्षमता (ई.एल. 830.0 मी. पर )1100 क्यूमेक्स
    इन्टेक कार्य 
    अवस्थितिभागीरथी नदी के बाँये भाग में
    संरचना की संख्या एवं प्रकार2 नं., जलमग्न ढाँचे
    क्रेस्ट एलिवेशनई.एल.720 मी.
    हैडरेस सुंरगें 
    आकार एवं संख्या8.5 मी. ब्यास, 2 नं.
    कुल लम्बाई1634 मी.
    पैन स्टॉक्स 
    संख्या एवं आकार4 नं., 5.75 मी. ब्यास प्रत्येक
    कुल लम्बाई1040 मी.
    विद्युत गृह 
    मशीन हॉल 
    प्रकारभूमिगत
    अवस्थितिलैफ्ट बैंक, भूमिगत
    संख्या एवं इकाइयां04 नं., 250 मेगावाट प्रत्येक
    आकार197 मी. लम्बा, 22.0 मी. चौड़ा 47.2 मी. ऊँचा
    शीर्षअधिकतम 231.5 मी.
    न्यूनतम 127.50 मी.,
    डिजाइन 188.0 मी.
    ट्रांसफार्मर हॉल 
    प्रकारभूमिगत
    आकार161 मी. लम्बा x 18.5 मी. चौड़ा x 29.0 मी. ऊँचा
    स्टेप-अप ट्रांसफार्मर 
    क्षमता306 एम.वी.ए.
    संख्या4
    वोल्टेज अनुपात15.7 / 400 के.वी.
    स्विचयार्ड 
    अवस्थिति एवं प्रकारअंतरंगी एस.एफ. -6 स्विचगियर
    टेल रेस कार्य 
    टेल रेस सुंरगों की संख्या एवं आकार2 नं., 9.0 मी. ब्यास प्रत्येक
    सुंरगों की लम्बाई862.5 मी. एवं 747.5 मी.
    TRT आउटलेट का इनवर्ट स्तरई.एल. 603.0 मी.
    संस्थापित क्षमता1000 मेगावाट (4 x 250 मेगावाट)
  • टिहरी हाइड्रो पावर काम्‍पलैक्‍स से लाभ
    • उत्‍तरी क्षेत्र में संस्‍थापित उत्‍पादन क्षमता में अभिवृद्धि 
    (1000 मे.वा.टिहरी स्‍टेज– I के पूर्ण होने पर)
    2400 मे.वा.
    • वार्षिक ऊर्जा उपलब्‍धता(पीकिंग)
      (2797 मि.यू. टिहरी स्‍टेज– I के पूर्ण होने पर )
    5220 मि.यू.
    • सिंचाई (अतिरिक्‍त)
    2.70 लाख हे.
    • मौजूदा सिंचाई का स्‍थिरीकरण  
      (उपर्युक्‍त के अलावा)
    6.04 लाख हे.
    • डाउनस्‍ट्रीम परियोजनाओं में वार्षिक उत्‍पादन अभिवृद्धि  
    200 मि.यू.
    • 300 क्‍यूसेक (162 मिलियन गैलन प्रतिदिन) दिल्‍ली के लिए पेयजल जो लगभग 40 लाख लोगों की जरूरतों को पूरा करेगा ।
    • इसके अतिरिक्‍त 200 क्‍यूसेक(108 मिलियन गैलन प्रतिदिन) उत्‍तर प्रदेश के नगरों एवं गांवों के लिए पेयजल जो 30 लाख लोगों की जरूरतों को पूरा करेगा ।
    • बाढ़ नियंत्रण  
    • गढ़वाल क्षेत्र का एकीकृत विकास जिसमें सभी नागरिक सुविधाओं, उन्‍नत संचार व्‍यवस्‍था, शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य, पर्यटन, बागवानी विकास, मत्‍स्‍य पालन तथा क्षेत्र के वनीकरण से युक्‍त नए टिहरी शहर का विकास शामिल है ।
     




Updated on : 22/06/2023